Saturday 6 June 2020

इतिहास के झरोखे से शूरवीरो की गाथा

मुग़ल और राजपुताना शौर्य भाईचारा और आपसी सम्बन्ध-

मेडिकल साईंस कहता है कि जब कोई बच्चा जन्म लेता है तो उसमें 23 क्रोमोज़ोन उसके पिता के होते हैं और 23 क्रोमोज़ोन उसकी माता के भी होते हैं।

मुग़लों और राजपुताना के वैवाहिक संबन्धों में मेडिकल साईंस के इस सिद्धांत को मिटा दिया गया है और मुगलों को इस देश के आक्रांता के रूप में लगभग स्थापित ही कर दिया गया है।

मुगलों के नामो निशान मिटा देने की सनक लिए एक मुर्खमंत्री इस कुंठा में ऐसा कर रहे हैं क्युँकि उनके पुर्वजों ने अपने साम्राज्य को बचाने और अपने प्रतिस्पर्धी राजाओं पर विजय पाने के लिए मुगलों के हर शहंशाह को अपनी 2-2 , 4-4 बेटियाँ दीं , मुगलों के ससुर बनकर यह अपने सीमावर्ती राजाओं पर धौंस जमाते रहे।

आईए मुगलों और राजपुताना संबन्धों का पूरा इतिहास देखते हैं।

अकबर के कार्यकाल में मुगलों से राजपूतों ने 34 बेटियाँ ब्याहीं , जहाँगीर के शासन काल में 7 , शाहजहाँ के शासनकाल में 4 तो औरंगज़ेब के शासन काल में 8 और इस तरह मुगलों ने 53 राजपूत राजाओं की बेटियों से शादियाँ कीं।

अर्थात क्रोमोज़ोन की थियरी के अनुसार मुग़ल आधा राजपूत ही थे क्युँकि उनकी राजपुताना माताओं का 23 क्रोमोजोन उनके अंदर था।

इस तरह के विवाह की सबसे पहले शुरुआत की बहमनी सुल्तान फ़िरोजशाह के आक्रमण से घबराए और पराजित हुए देवराय प्रथम (1406-1422 ई.) ने अपनी पुत्री का विवाह फिरोजशाह से करके अपनी जान बचाई।

हुमायूँ ने भी एक शादी राजपुताना शौर्य वाले एक राजा की बेटी से पर उससे मुगल-राजपुताना वंश आगे नहीं बढ़ा और फिर अकबर का ज़माना आ गया और राजपूताना शौर्य वाले राजपूत राजाओं में महान अकबर को दामाद बनाने की होड़ सी लग गयी।

अकबर से 6 राजपूत राजाओं ने अपनी बेटी ब्याही

1- आमेर के राजा भारमल ने अकबर से हार के डर से बेटी जोधा की शादी जनवरी 1562 में अकबर से कर दी।

2- बीकानेर के राजा राय कल्याण सिंह ने अपनी भतीजी का विवाह 15 नवंबर 1570 को उसी अकबर से कर दिया।

3- जोधपुर के राजा मालदेव ने अपनी बेटी रुक्मावती को भी अकबर के हवाले कर दिया और अपनी जान और सिंहासन बचाया।

4- नगरकोट के राजा जयचंद ने अपनी बेटी को अकबर के हवाले करके बहादुरी दिखाई और अपने साम्राज्य को बचाया।

5- डुंगुरपुर के राजा रावल हरिराज ने भी अपनी प्रतिष्ठा बढाने के लिए अपनी बेटी नाथीबाई को अकबर से ब्याह दिया।

6- यही अस्त्र मोरता के राजा केशवदास ने भी प्रयोग किया और अपनी बेटी अकबर से ब्याह दी।

यही नहीं मुगलों की अब अगली पीढ़ी में भी राजपूतों ने बेटी देने का सिलसिला जारी रखा

अकबर-जोधा के 23-23 क्रोमोजोन वाली मुगल-राजपुताना औलाद जहाँगीर(सलीम) पर भी राजपूत राजाओं ने अपनी बेटियाँ खूब न्योछावर कीं

1- आमेर के राजा भगवंतदास ने अपनी बेटी की शादी जहाँगीर से की

2- फिर आमेर का दूसरा राजा जगत सिंह भी अपनी बेटी जहाँगीर से ब्याह दिया

3- उसके बाद ओरछा का राजा रामचंद्र बुंदेला भी अपनी बेटी जहाँगीर के हवाले कर आया।

4-मारवाड़ (जोधपुर) के मोटा राजा उदयसिंह ने भी अपने सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करने के अभिप्राय से अपनी पुत्री मानीबाई का विवाह जहाँगीर के साथ कर दिया।

5- महान अकबर का एक और बेटा था "दनियाल" 2 अक्टूबर 1595 को जोधपुर के राजा रायमल ने अपनी बेटी की शादी अकबर के इस बेटे "दनियाल" से कर दी।

6-अकबर का पोता और जहाँगीर का उसी मिक्स क्रोमोज़ोन वालाव बेटा था "परवेज़" , अप्रैल 1624 में जोधपुर के राजा गजसिंह की बहन से जहांगीर के बेटे राजकुमार परवेज की ।

7- 1654 में राठौर के राजा अमरसिंह ने भी अपनी बेटी से दाराशिकोह के बेटे सुलेमान से शादी करा दी।

और सबसे चौंकाने वाला तथ्य और विवाह देखिए

इस देश में आज हिन्दूकुश और हिन्दूविरोधी घोषित कर दिए गये औरंगज़ेब जिनकी सगी दादी अर्थात शाहजहाँ की माँ जगत गोसाई थीं उन हिन्दूकुश और हिन्दूवारोधी औरंगजेब की भी दो पत्नियां राजपूताना गौरव वाले घरों से थीं , और उनसे पैदा हुए बच्चे कई बार बाक़ायदा उत्तराधिकार की जंग में जीते। 

यही नहीं हिन्दूविरोधी औरंगजेब ने अपने तीन बेटों की शादी भी राजपुताना गौरव वाले घरों की बेटियों से की।

1- 17 नवंबर 1661 को किशनगढ़ के राजा रूपसिंह राठौर की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. मुअज़्ज़म की शादी हुई।

2- 5 जुलाई 1678 को आंबेर के राजा जयसिंह के बेटे कीरत सिंह की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. आज़म की शादी हुई।

3- शेखावत के राजा अमरसिंह ने 30 जुलाई 1681 को अपनी बेटी की औरंगज़ेब के बेटे कामबख्श की शादी करा दी।

कहाँ तक इतिहास मिटाओगे ? मुगलों के खून में भी राजपुतानियों का खून शामिल है , उन बुआओं , मौसियों का क्या करोगे ? क्या वो शूरवीर गलत थे या उनकी बेटिया गलत थी?? या उस वक्त के राजपूत राजा गलत थे,जो अपनी सेनाओ से लेकर बेटियो तक मुग़लों से मेंल जोल बनाये रखे हुए थे

मुगल तो सब आपके रिश्तेदार ही हैं "सब आपस में भाईचारे से उस वक्त राज किया करते थे,आज जिस तरह से नफरत के बीज बोये जा रे हे ,यह देश के लिये खतरनाक हे।

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