Saturday, 25 July 2015

कुरान में गणितीय चमत्कार पार्ट-5

Mathematics Miracles Holy Qur'an Chapters Verses part- 5 कुरआन ए पाक मे गणितिय चमत्कारी निशानी सुरतेँ आयतेँ , पार्ट - 5 'Bismillah hir rahman nir raheem Meaning ' In the Name of Allah, The Most Beneficent, the Most Merciful. ' Alhamdulillah Miracles start with Number 19 & 7 ending with Number 7 & 19 Plz see my post 1, 2, 3, 4 गणितिय चमत्कार शरु नम्बर 19 &7 खत्म होगा नम्बर 7 & 19 इन गणितिय चमत्कारो को शरु से समझने के लिए आप मेरी पहले की पोस्टे देखेँ । 19 ~ ~ ~7 7 ~ ~ ~ 19 Why 19 & 7 ? 19 और 7 ही क्यो ? क्योकि अल्लाह ने नम्बर 19 और नम्बर 7 को चमत्कारी निशानी के रुप मे फरमाया है आइये दिखाते है - Allah says in sura 74 Aaya 30 Over it is 19 अल्लाह फरमाते है सुरा न॰74 आयत न॰ 30 मे और उन पर 19 नियुक्त है Allah says In Sura 15 Aaya - 87 " We have bestowed upon thee 7 oft repeated and the Greand Quran . [ Holy Qu'ran , 15:87 ] what is the relationship Number 19 & 7 with Holy Qur'an ? देखीये - हमने तुम्हेँ सात (7) "मसानी" का समुह यानी महान कुरआन दिया । [ पवित्र कुरआन , सुरा न॰ 15 , आयत न ॰ 87] कुरआन ए पाक कि तफसीरो मे लिखा है कि ये 'मसानी का मतलब 7 वर्ग या 7 आयते भी हो सकता है । क्या सम्बध है नम्बर 19 & 7 का पवित्र कुरआन से ? अल्हमदुल्लिलाह आईये जानने की कोशिश करते है The Holy Qur'an 114 Sura , 29 Sura start with Initial letters Alif, lam, Mim Qaf etc ~ पवित्र कुरआन मे टोटल 114 सुरते है । और 29 सुरा वो है जो " अलिफ , लाम , मिम , काफ आदी इससे शरु होते है । Why Intialled letters Use 29 Sura ? Alhamdulillah All thanx to Allah This Is Miracles System In Holy Qu'ran . This Miracles system Only found in Holy Qu'ran . Miracles System in Every Suras Every Ayats Every words Every Letters if these Initialled use One more Sura Or One less Sura So this System Finish . आखीर ये अक्षर 29 सुरतो मे ही क्यो उपयोग हुए ? अल्लाह ने पवित्र कुरआन के हर सुरतो हर आयतो हर शब्दो हर अक्षरो मे एक मिरकैलस सिस्टम चमत्कारी सिस्टम रखा है जो आपको पवित्र कुरआन के सिवा बाकि किसी भी किताब मे नहीँ मिलेगा । कुरआन ए पाक के 29 सुरतो मे ये अक्षर उपयोग हुए है अगर 29 मे से एक भी ज्यादा या कम सुरत मे ये अक्षर उपयोग होते तो वो सिस्टम बिगड जता जो पवित्र कुरआन मे है इतना ही नहीँ जिन सुरतो मे ये अक्षर उपयोग हुए है अगर उनमे से एक भी अलग सुरत मे होते तो भी सिस्टम बिगड जाता इतना ही नहीँ जिन आयतो मे ये अक्षर उपयोग हुए है अगर उनमे से एक भी आयत कम या ज्यादा या अलग होती तो भी सिस्टम बिगड जाता । इतना बारीकी से इतना बेहतरीन मिरकैलस सिस्टम कुरआन ए पाक की हर चिज मे है । आईए दिखाते है । Holy Qur'an 29 chapters Initialeed letters frist chapter Use Initialeed letters chapter no.2 last chapter chapter no68 Sura 2 Total ayt = 286 Sura 68 Total ayt = 52 28652 /19 => 19x1508 कुरआन ए पाक मे 29 सुरतो मे ये अक्षर उपयोग हुए है । पहली बार सुरा न॰ 2 मे उपयोग हुए है और आखीरी बार सुरा न॰ 68 मे उपयोग हुए है । सुरा न॰2 टोटल आयते =286 सुरा न॰68 टोटल आयते =52 28652 /19 => 19x 1508 Letters Alif , lam, Mim using in 6 chapters every time using Verse 1 अक्षर अलिफ , लाम , मिम 6 सुरतो मे उपयोग हुए है हर बार आयत न॰1 मे उपयोग हुए है 111111 is a number multiple of 7 6 सुरतो मे हर बार पहली आयतो मे उपयोग हुए है । 111111 => 7×15873 letters 'Alif, lam, Mim' frist time mention in sura 2 last time mention in sura 32 Sura no.2 ayts = 286 Sura no.32 ayts = 30 ये अक्षर अलिफ ,लाम , मिम पहली बार सुरा न॰ 2 मे आये है और आखीरी बार सुरा न॰32 मे सुरा न॰ 2 आयते = 286 सुरा न॰ 32 आयते = 30 28630/7 => 7x 4090 Frist time Alif ,lam, Mim mention Chapter 2 Last time mention 32 पहली बार अलिफ , लाम ,मिम सुरा न॰ 2 मे उपयोग हुए है । आखीरी बार सुरा न॰ 32 मे है । 322/7 => 7x 46 Now we try with the number of the verses of each chapter; we write: अब हम इन 6 सुरतो की आयते लिख के देखते है Sura 2 Ayts = 286 Sura 3 Ayts = 200 Sura 29 Ayts = 69 Sura 30 Ayts = 60 Sura 31 Ayts = 34 Sura 32 Ayts = 30 These numbers, ranged one next to the other, give a number multiple of 7: ये आयते सख्याँ भी एक के बाद दुसरी एक साथ लिखने पर 7 से भाग है । 30346069200286 => 7 ×4335152742898 If we gather the numbers of the verses, we will have a number multiple of 7 too! अगर हम इन 6 सुरतो कि आयतो को जोडते है तो भी जो सख्याँ आती है वो 7 से भाग होती है । 30 + 34 + 60 + 69 + 200 + 286 = 679 => 7 × 97 Then if we only gather the numbers, we will get again and again a number multiple of 7!! अगर हम इन सुरतो की आयतो को एक एक करके जोडते है तो भी जो सख्याँ आती है वो 7 से भाग है । 3 + 0 + 3 + 4 + 6 + 0 + 6 + 9 +2+0 + 0 + 2 + 8 + 6 = 49 => 7 × 7 Continue in Part 6 In shah Allah पोसट जारी रहेगी पार्ट 6 मे इन्शा अल्लाह !

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