Mathematics Miracles Holy Qur'an Chapters verses part- 4
कुरआन ए पाक मे गणितिय चमत्कारी निशानी सुरतेँ आयतेँ , पार्ट - 4
'Bismillah hir rahman nir raheem Meaning ' In the Name of Allah, The Most Beneficent, the Most Merciful. '
Alhamdulillah
Miracles start with Number 19 & 7 ending with Number 7 & 19 plz see my post 1, 2, 3
गणितिय चमत्कार शरु होगा नम्बर 19 & 7 खत्म होगा नम्बर 7 & 19 इन गणितिय चमत्कारो को शरु से समझने के लिए आप मेरी पहले की पोस्टे देखेँ ।
19 ~ ~ ~7 7 ~ ~ ~ 19 Why 19 & 7 ? 19 और 7 ही क्यो ? क्योकि अल्लाह ने नम्बर 19 और नम्बर 7 को चमत्कारी निशानी के रुप मे फरमाया है आइये दिखाते है
Allah says in sura 74 Aaya 30 Over it is 19 अल्लाह फरमाते है सुरा न॰74 आयत न॰ 30 मे और उन पर 19 नियुक्त है Allah says In Sura 15 Aaya - 87 " We have bestowed upon thee 7 oft repeated and the Greand Quran . [ Holy Qu'ran , 15:87 ] what is the relationship Number 19 & 7 with Holy Qur'an ? देखीये - हमने तुम्हेँ सात (7) "मसानी" का समुह यानी महान कुरआन दिया । [ पवित्र कुरआन , सुरा न॰ 15 , आयत न ॰ 87] कुरआन ए पाक कि तफसीरो मे लिखा है कि ये 'मसानी का मतलब 7 वर्ग या 7 आयते भी हो सकता है । क्या सम्बध है नम्बर 19 & 7 का पवित्र कुरआन से ? अल्हमदुल्लिलाह आईये जानने की कोशिश करते है
The Holy Qur'an 114 Sura , 29 Sura start with Initial letters Alif, lam, Mim Qaf etc ~
पवित्र कुरआन मे टोटल 114 सुरते है । और 29 सुरा वो है जो " अलिफ , लाम , मिम , काफ आदी इससे शरु होते है । Why Intialled letters Use 29 Sura ? Alhamdulillah All thanx to Allah This Is Miracles System In Holy Qu'ran . This Miracles system Only found in Holy Qu'ran . Miracles System in Every Suras Every Ayats Every words Every Letters if these Initialled use One more Sura Or One less Sura So this System Finish .
आखीर ये अक्षर 29 सुरतो मे ही क्यो उपयोग हुए ? अल्लाह ने पवित्र कुरआन के हर सुरतो हर आयतो हर शब्दो हर अक्षरो मे एक मिरकल सिस्टम चमत्कारी सिस्टम रखा है जो आपको पवित्र कुरआन के सिवा बाकि किसी भी किताब मे नहीँ मिलेगा ।
कुरआन ए पाक के 29 सुरतो मे ये अक्षर उपयोग हुए है अगर 29 मे से एक भी ज्यादा या कम सुरत मे ये अक्षर उपयोग होते तो वो सिस्टम बिगड जता जो पवित्र कुरआन मे है इतना ही नहीँ जिन सुरतो मे ये अक्षर उपयोग हुए है अगर उनमे से एक भी अलग सुरत मे होते तो भी सिस्टम बिगड जाता इतना ही नहीँ जिन आयतो मे ये अक्षर उपयोग हुए है अगर उनमे से एक भी आयत कम या ज्यादा या अलग होती तो भी सिस्टम बिगड जाता । इतना बारीकी से इतना बेहतरीन सिस्टम हर चिज मे है ।
आईए दिखाते है । Fact:1 29 Sura Initialled letters use and Holy Qu'ran in Arabic language Initialeed Sura Total =29 Total Arabic Letters =28 29+28 =57 =>19x3
पवित्र कुरआन मे ये अक्षर उपयोग होने वाले टोटल सुरा = 29 पवित्र कुरआन अरबी भाषा मे नाजिल हुई अरबी भाषा टोटल अक्षर = 28 29+28 = 57 => 19x3 Fact :2 Initialled Sura no . Set & Non Initialled Sura no. Set सुरा न॰ जिनमे अक्षर उपयोग हुए और उनके सैट । सैट = सैट मतलब जैसे सुरा 2 3 मे अक्षर उपयोग हुए है तो ये सैट 1 हो गया उसके बाद अक्षर सुरा 7 मे उपयोग हुए है तो ये सैट 2 हो गया । Initialled Sura No. सुरा न॰ अक्षर उपयोग > 2 , 3 Set 1 > 7 Set 2 > 10, 11, 12, 13, 14, 15 Set 3 > 19 , 20 Set 4 >26, 27, 28, 29, 30, 31, 32 Set 5 > 36 Set 6 > 38 Set 7 >40, 41, 42, 43, 44, 45, 46 Set 8 > 50 Set 9 > 68 Set 10 Total Set = 10 Sura no. 2 between sura no. 68 Non-initialled Suras
सुरा न॰ 2 पहला सुरा जहाँ ये अक्षर उपयोग हुए है और सुरा न॰ 68 जहाँ आखीरी ये अक्षर उपयोग हुए है के बीच मे जितने भी सुरा है जिनमेँ ये उपयोग नहीँ हुए उनके सैट । सैट = सैट जिन सुरतो मे ये अक्षर उपयोग नही हुए जैसे सुरा 4, 5, 6 ये सैट 1 हो गया । Non- Initialled sura no > 4, 5, 6 Set 1 > 8, 9 Set 2 > 16, 17, 18 Set 3 > 21, 22, 23, 24, 25 Set 4 > 33, 34, 35 Set 5 > 37 Set 6 > 39 Set 7 > 47, 48, 49 Set 8 > 51, 52, 53, 54, 55, 56, 57, 58, 59, 60, 61, 62, 63, 64, 65, 66, 67 Set 9 Total Set Initialled Sura = 10 Total Set Non Initialled Sura =9 10+9 = 19 => 19x1 टोटल सैट अक्षर उपयोग हुए = 10 टोटल सैट अक्षर उपयोग नही हुए =9 10+9 = 19 => 19x1 Non- Initialled sura no सुरा न॰ अक्षर उपयोग नही 4 5 6 8 9 16 17 18 21 22 23 24 25 33 34 35 37 39 47 48 49 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 ______ 38 => 19x2
पहली बार अक्षर जिस सुरत मे उपयोग हुए है उनसे लेकर और जहाँ आखीरी बार अक्षर उपयोग हुए है उन के बिच मे 38 सुरते है जिनमे ये अक्षर उपयोग नहीँ हुए । Continue in Part 5 In shah Allah पोसट जारी रहेगी पार्ट 5 मे इन्शा अल्लाह —
पोस्ट -मोहम्मद बिलाल (विकाश वशिष्ठ)
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